Ncert कक्षा 10वीं विज्ञान वार्षिक पेपर 2025 imp Questions [धातु एवं अधातु]

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Ncert 10th science important questions 2025 – छात्रों अगर आप कक्षा दसवीं विज्ञान वार्षिक परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आज की इस पोस्ट में हम कक्षा दसवीं विज्ञान अध्याय 2 धातु एवं अधातु के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न लेकर आए हैं सिर्फ आपको यह प्रश्न तैयार करना है इनमें से ही अध्याय 2 के प्रश्न फंस जाएंगे क्योंकि बहुत सारे विद्यार्थी Chapter wise important questions खोजते रहते हैं इसलिए आप यहां से कक्षा दसवीं विज्ञान अध्याय 2 धातु एवं अधात के अति महत्वपूर्ण प्रश्न देख सकते हैं।

कक्षा 10 विज्ञान वार्षिक पेपर 2025 imp Questions

 

अध्याय 2 धातु एवं अधात


प्रश्न 1. ध्वानिक (सोनोरस) किन्हें कहते हैं? उदाहरण दीजिए।

उत्तर- ध्वानिक (सोनोरस)- “वे धातुएँ किसी कठोर सतह से टकराती हैं, तो वे ध्वनि करती हैं। उन धातुओं को ध्वानिक (सोनोरस) कहते हैं।”

उदाहरण-मंदिर के घंटों एवं स्कूल की घंटी का धातु।

प्रश्न 2. ‘भर्जन’ से क्या समझते हो ?

उत्तर-भर्जन-“सल्फाइड अयस्क को वायु की उपस्थिति में अधिक ताप पर गर्म करने से वह सम्बन्धित धातु के ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाती है। इस प्रक्रिया को भर्जन कहते हैं।”

प्रश्न 3. ‘निस्तापन’ से क्या समझते हो ?

उत्तर- निस्तापन-“कार्बोनेट अयस्कों को वायु की सीमित मात्रा में उच्च ताप पर गर्म करने पर वह सम्बन्धित धातु के ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है। इस प्रक्रिया को निस्तापन कहते हैं।”

प्रश्न 4. ‘ऐनोड पंक’ किसे कहते हैं ?

उत्तर-ऐनोड पंक “जब धातुओं का विद्युत् अपघटनी परिष्करण (शोधन) किया जाता है तो अशुद्ध ऐनोड विद्युत् अपघट्य में घुल जाता है तथा उसमें उपस्थित अविलेय अशुद्धियाँ ऐनोड की तली में एकत्रित हो जाती हैं, जिसे ऐनोड पंक कहते हैं।”

प्रश्न 5. ‘सक्रियता श्रेणी’ से क्या समझते हो ?

उत्तर – सक्रियता श्रेणी – “वह सूची जिसमें धातुओं को उनकी क्रियाशीलता के अवरोही क्रम में व्यवस्थित किया जाता है, सक्रियता श्रेणी कहलाती है।”

प्रश्न 6. अपररूपता से क्या समझते हो ? कार्बन के दो प्रमुख अपररूपों के नाम लिखिए।

उत्तर- अपररूपता- “जब कोई तत्त्व प्रकृति में विभिन्न रूपों में मिलता है जिनके भौतिक गुणों में भिन्नता होती है, लेकिन रासायनिक गुण समान होते हैं, तो उनको उस तत्त्व के अपररूप एवं उनके इस गुण को अपररूपता कहते हैं।”

कार्बन के प्रमुख अपररूप-

(1) ग्रेफाइट, (2) डायमण्ड (हीरा)।

प्रश्न 7. यशदलेपन से क्या समझते हो ?

उत्तर- यशदलेपन – “लोहा एवं इस्पात को जंग लगने (संक्षारण) से बचाने के लिए उस पर जिंक (जस्ते) की परत चढ़ा दी जाती है। इस प्रक्रिया को यशदलेपन (गैल्वनीकरण) कहते हैं।”

प्रश्न 8. अमलगम क्या होता है?

उत्तर- अमलगम “जब किसी धातु जैसे जस्ता आदि पर पारे का लेप कर दिया जाता है तो वह धातु पारे से मिलकर पारे की मिश्रातु बनाती है, जिसे अमलगम कहते हैं।”

प्रश्न 9. थर्मिट अभिक्रिया किन्हें कहते हैं ?

उत्तर- थर्मिट अभिक्रियाएँ- “वे धातु विस्थापन अभिक्रियाएँ जिनमें अत्यधिक ऊष्मा उत्पन्न होती है जिससे विस्थापित धातु गलित अवस्था में प्राप्त होती है, थर्मिट अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।”

प्रश्न 10. ‘मिश्रातु’ से क्या समझते हो ?

उत्तर-मिश्रातु- “दो या दो से अधिक धातुओं अथवा एक धातु एवं एक अधातु के समांगी मिश्रण को मिश्रातु (मिश्रधातु) कहते हैं।”

प्रश्न 11. ‘आघातवर्ध्य’ तथा ‘तन्य’ का अर्थ बताइए।

उत्तर-आघातवर्ध्य “वे धातुएँ जो पीटने पर पतली चादर की तरह फैल जाती है, आघातवर्ध्य कहलाती हैं।”

तन्य – “वे धातुएँ जिनके तार खींचे जा सकते हैं, तन्य कहलाती हैं।”
प्रश्न 12. सोडियम को कैरोसीन में डुबोकर क्यों रखा जाता है ?

उत्तर-सोडियम धातु वायुमण्डल की नमी (आर्द्रता) के प्रति अतिक्रियाशील होती है। इसलिए इसे कैरोसीन में डुबोकर रखा जाता है, ताकि यह नमी के सम्पर्क में न आए।

*प्रश्न 13. आयनिक यौगिकों के उच्च गलनांक क्यों होते हैं ?

उत्तर-चूँकि प्रबल अन्तर-आयनिक आकर्षण को तोड़ने के लिए ऊर्जा की पर्याप्त मात्रा की आवश्यकता होती है। इसलिए आयनिक यौगिकों के उच्च गलनांक होते हैं

प्रश्न 19. लोहे को जंग से बचाने के लिए दो तरीके बताइए।

अथवा
संक्षारण से सुरक्षा के दो तरीके लिखिए।

उत्तर- लोहे को जंग से बचाने के दो तरीके- (1) यशदलेपन- लोहे पर जस्ते की परत चढ़ा देते हैं।

(2) क्रोमियम लेपन-लोहे पर क्रोमियम की परत चढ़ा देते हैं।

प्रश्न 20. ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ कैसा ऑक्साइड बनाती हैं ?

उत्तर-ऑक्सीजन अधातुओं से संयुक्त होकर प्रायः अम्लीय ऑक्साइड बनाती हैं, लेकिन कुछ ऑक्साइड उदासीन भी होते हैं।

प्रश्न 25. आघातवर्ध्यनीयता एवं तन्यता का अर्थ समझाइए।
उत्तर – आघातवर्ध्यनीयता- “धातुओं का वह गुण जिसके कारण वे पीटने पर चादर (चद्दर) की तरह फैल जाती हैं, आघातवर्ध्यनीयता कहलाता है।”

तन्यता – “धातुओं का वह गुण जिसके कारण उनके तार खींचे जा सकते हैं, तन्यता कहलाता है।”

प्रश्न 26. दो धातुओं के नाम बताइए जो प्रकृति में मुक्त अवस्था में पाई जाती हैं।

उत्तर- (1) सोना (Au), (2) चाँदी (Ag)।

प्रश्न 3. निम्न पदों की परिभाषा दीजिए-
(1) खनिज
(ii) अयस्क
(iii) गैंग
(iv) ध्वानिक

प्रश्न 1. ऐसी धातु का उदाहरण दीजिए जो-

(1) कमरे के ताप पर द्रव होती है।
(ii) चाकू से आसानी से काटी जा सकती है।
(iii) ऊष्मा की सबसे अच्छी चालक होती है।
(iv) ऊष्मा की कुचालक होती है।
उत्तर-(1) पारद (मर्करी), (ii) सोडियम, (iii) सिल्वर एवं कॉपर, (iv) लेड एवं मर्करी।

 

 

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